शिक्षक संघ और डीआईओएस दफ्तर के लिपिक में हुई नोक-झोंक
1 min readसोमवार को डीआईओएस दफ्तर में परीक्षा प्रभारी लिपिक से हुईं नोकझोंक, लिपिक ने मढ़ा दबाव का आरोप
अयोध्या । बोर्ड परीक्षा शुरू होने से पहले ही जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय का माहौल गर्म होने लगा है। सोमवार को एक नाटकीय घटनाक्रम में माध्यमिक शिक्षक संघ और परीक्षा प्रभारी लिपिक से नोक-झोंक और विवाद की स्थिति बनी। दोनों पक्षों के बीच काफी देर तक बाताकही और तू-तड़ाक हुआ। हालांकि बाद में स्थिति को कुछ शिक्षकों व कर्मियों ने मिल कर सामान्य किया।
वहीं इस मामले को लेकर उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष राकेश पांडेय के नेतृत्व में संगठन का एक प्रतिनिधिमंडल डीआईओएस से मिला और जिलाधिकारी को शिकायती पत्र भेजा है। संघ का आरोप है कि कार्यालय में लिपिक प्रदीप कुमार एवं सुरेश कुमार यादव द्वारा शिक्षकों का शोषण किया जा रहा है।
शोषण बंद नहीं किया तो संगठन आर पार की लड़ाई लड़ेगा। डीएम को दिए गए पत्र में आरोप है कि कक्ष निरीक्षकों की ड्यूटी, चयन वेतनमान, प्रोन्नत वेतनमान, मृतक आश्रित जीएफ समेत बोर्ड कॉपी मूल्यांकन भुगतान वेतन बिल पास कराने के लिए धनराशि ली जा रही है।
आरोप है कि केंद्र व्यवस्थापक बनाने के लिए पैसा लिया जाता है। जिला मंत्री आलोक तिवारी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष संजीव चतुर्वेदी, कोषाध्यक्ष कृष्ण कुमार तिवारी, महानगर अध्यक्ष अनूप पांडेय वार्ता के लिए गए तो घटनाक्रम हुआ। संघ के मंडल अध्यक्ष राम अनुज तिवारी ने चेतावनी दी की यदि तत्काल बाबू का पटल नहीं बदल गया तो प्रदर्शन होगा।
लिपिक का पलटवार: बोले संघ के लोग बना रहे थे नाजायज दबाव
पूरे मामले में प्रभारी लिपिक प्रदीप कुमार का कहना है कि संघ के लोग आज सुबह आकर कक्ष निरीक्षकों की ड्यूटी को लेकर नाजायज दबाव बना रहे थे। मना करने पर तमाम आरोप लगाते हुए धमकी भी दी। उन्होंने कहा कि इसकी शिकायत करुंगा और अभद्रता का वीडियो भी बना लिया है जो प्रमाण के तौर पर डीआईओएस को देगे। इस बारे में जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ राजेश कुमार आर्या से दूरभाष पर कई बार संपर्क किया गया लेकिन काल रिसीव नहीं हुईं।