ला इलाज है सुचित्तागंज और सोहावल का अतिक्रमण, सड़क तक है दुकानदारों का कब्जा
1 min readअयोध्या । नगर पंचायत खिरौनी की सबसे बड़ी बाजार सुचित्तागंज और सोहावल चौराहा का अतिक्रमण बीते कुछ वर्षों में ला इलाज बीमारी बन चुका है। दुकानदारों की दुकानें सड़क तक फैली होने से आधी सड़क तक खरीद फरोख्त करने वालों का कब्जा रहता है। थोड़ी बहुत कसर रहती है तो उसे ठेला खोमचा लगाने वाले पूरी कर देते है। एक दिन के सिंघम कहे जाने वाले ईओ सचिन पटेल ने दो महीना पहले बुलडोजर लगा बाजार का अतिक्रमण हटवाने का अभियान चलाया। कुछ ठेले वाले ही चपेट में आए कि अतिक्रमण कारियों के विरोध भारी पड़ा और ईओ सहित नगर पंचायत की पूरी टीम को उल्टे पांव भागना पड़ा। बाद में दो बार नोटिस हुई लेकिन अभियान फिर चलाकर हटवाने की नौबत नहीं आई।
सोहावल चौराहा तहसील प्रशासन का हिस्सा है। पुलिस ने कई बार ठेला खोमचा वालो को फटकारा इन्हे पीछे कराने का प्रयास किया लेकिन अंडर पास के दोनो तरफ इनके साथ अवैध तिपहिया टैक्सी वाहन स्टैंड के वाहनों के कारण अतिक्रमण समाप्त होने की नौबत नही आई। कमोबेश यही हाल ड्योढी बाजार, बड़ागांव संजय गंज बाजार के बीच भी है। जहां दो वाहनों के सामने सामने आते ही घंटो यातायात ठप रहता है। सोहावल चौराहा और नगर पंचायत के बीच सरकारी अधिकारी और एंबुलेंस तक फंसती रहती है लेकिन इससे निबटने की पहल करने की कोशिश किसी ने नही की।
वर्जन- चौराहे के अतिक्रमण और रेलवे फाटक की जाम समस्या को लेकर शिकायती पत्र और ज्ञापन भी मिले है। आचार संहिता समाप्त होते ही इस पर विचार और उपाय तय किए जायेंगे।
-अशोक कुमार सैनी, उपजिला अधिकारी सोहावल