किशोर के अपहरण के बाद हत्या मामले में अभी उलझे हैं कई सवाल, वारदात में शामिल लोगों की तलाश कर रही पुलिस
1 min readनामजद आरोपी का चालान, लेकिन हत्या का कारण साफ नहीं
अयोध्या। थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत बेलगरा मजरेमिश्रा निवासी कारोबारी सूर्यदेव कसौधन उर्फ मनोज के आठ वर्षीय बेटे की अगवा कर हत्या मामले में अभी कई सवाल उलझे हुए हैं। नामजद मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर पुलिस ने चालान किया है, लेकिन अभी हत्या क्यों की गई और वारदात में कौन-कौन शमिल था तथा वारदात कैसे अंजाम दी गई, इस सवाल का जवाब पुलिस को तलाशना है।
वारदात में शामिल अन्य लोगों की तलाश के लिए पुलिस की टीमें सक्रिय हैं। आठ दिनों से घटना स्थल चटनियां बाबा जंगल सहित आसपास का इलाका छाना जा रहा है, लेकिन पुलिस को अभी कोई खास कामयाबी नही मिल पाई है।
अगवा होने के अगले दिन जंगल स्थित गढ्ढे में किशोर का शव मिलने के बाद उसके पिता ने गांव निवासी जय प्रकाश यादव के खिलाफ वारदात की आशंका जताई थी। नामजद आरोपी से चार दिन की पूछताछ और पड़ताल के बाद पुलिस ने उसका चालान कर दिया, लेकिन यह बात किसी के गले नही उतर रही है।
लोगों का कहना है कि जय प्रकाश ने हत्या की तो क्यों की ? नामजद आरोपी के पिता से जमीन तो सात माह पहले मृतक के चाचा पंकज ने खरीदी थी लेकिन जमीन को लेकर विक्रेता से कोई विवाद नहीं हुआ। वहीं मृतक के पिता और चाचा के बीच बंटवारा हो चुका है। पुलिस को इस बात की जानकारी जरूर है कि वारदात में अन्य लोग शामिल थे, लेकिन वह कौन है, इसको लेकर पुलिस टीमें खाक छान रही है।
हाल यह है कि अभी पुलिस वारदात के कारण तक ही नहीं पहुँच पाई है। घटनास्थल से गढ्ढे में शव को ढंकने में प्रयुक्त सरपत तथा शव के पास खून के छींटे मिले हैं लेकिन अगर हत्या वहीं की गई तो काफी खून मिलना चाहिए था।
थानाध्यक्ष ओम प्रकाश राय का कहना है कि मामले की गहराई तक जाने के लिए पुलिस की कई टीमें लगी हैं। जल्द ही वारदात में शामिल अन्य आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा।