पत्रकार को फर्जी मामले में फंसाने की कोशिश,यूपी जर्नलिस्ट एसोसिएशन ने जताया विरोध
1 min readअयोध्या।बीते बुधवार की शाम पटरंगा थाना क्षेत्र के सरेठा गांव में हुई मारपीट में युवक जय सिंह उर्फ मुन्ना सिंह की इलाज के दौरान मृत्यु हो गई।जिसको लेकर यूपी जर्नलिस्ट एसोसिएशन ने गहरा दुख प्रकट किया।उपजा ने मामले में पुलिस की कार्यशैली पर सवाल भी उठाए।सूत्र बताते हैं कि पुलिस की निष्क्रियता से इतनी बड़ी घटना घटित हुई है।सामाजिक कार्यकर्ता वरिष्ठ पत्रकार नितेश सिंह ने उक्त मामले में खुद को फर्जी फँसाये जाने की आशंका को लेकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अयोध्या से न्याय की गुहार लगाई है।उनका आरोप है कि पटरंगा पुलिस लगातार उनके घर पर दबिश देकर परिजनों को परेशान कर रही है। उन्होंने बताया हाईवे चौकी प्रभारी जितेंद्र यादव 2 सालों से अधिक समय से हाईवे चौकी पर जमे हुए हैं इनके ऊपर तमाम आरोप भी लगे हैं तमाम चौकी प्रभारी,थाना इंचार्ज इधर से उधर हुए लेकिन यह ज्यों के त्यों बने हुए हैं।पंचायत चुनाव के बाद विधानसभा चुनाव भी निपट गया लेकिन यह चौकीइंचार्ज अपने स्थान पर बने रहे।घटनास्थल के महज कुछ दूरी पर पटरंगा पुलिस मौजूद थी इसके बावजूद घटना घटित हुई और मौके पर तत्काल पुलिस नहीं पहुँची।पत्रकार ने आरोप लगाया मामले में दो लोग नामजद एवं एक अन्य हैं उसमें जबरजस्ती सत्ता पक्ष के इशारे से मेरा नाम घसीटने की कोशिश की जा रही है जोकि सरासर गलत है।उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से निष्पक्ष जांच की मांग की है तथा उन्होंने कहा मेरा लोकेशन ट्रेस किया जाए और घटनास्थल पर 200 से अधिक लोग थे सारे लोगों से बयान लिया जाए यदि मैं उसमें शामिल हूं तो मुझे सजा दी जाए फर्जी तौर पर मुझे न फंसाया जाय।उपजा के जिलाध्यक्ष राजेंद्र तिवारी व तहसील अध्यक्ष अब्दुल जब्बार एडवोकेट ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से मामले की निष्पक्ष जाँच की मांग करते हुए कहा गया कि अगर राजनीति से प्रेरित होकर किसी पत्रकार की फर्जी फंसाया गया तो उपजा आरपार की लड़ाई लड़ेगी।
मोहम्मद आलम