या हुसैन अलविदा की सदाओं और आंसुओं की बारिश के बीच कर्बला में ताजियों को किया गया सुपुर्द ए खाक
1 min readअयोध्या। या हुसैन अलविदा की सदाओं और आंसुओं की बारिश के बीच शनिवार को विभिन्न कर्बलाओं में ताजियों को सुपुर्द ए खाक किया जा रहा है। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक मातमी जुलूस निकल कर कर्बला पहुंच रहे हैं। जहां परंपरागत ढंग से ताजियों को सुपुर्दे खाक किया जा रहा है।
दो महीने आठ दिन तक चलने वाले मोहर्रम के प्रमुख दस दिनों के शनिवार को अंतिम दिन इमामबाड़ों और चौक पर रखे जाने वाले ताजियों को दफनाया जा रहा है। नगर क्षेत्र में राठहवेली, कश्मीरी मोहल्ला, हसनू कटरा, मोती मस्जिद, हैदरगंज, नहरबाग, वजीरगंज जप्ती आदि क्षेत्रों से ताजिए उठा कर सुपुर्द ए खाक करने का सिलसिला शनिवार सुबह सात बजे से शुरू हो गया है। यह क्रम देर शाम तक चलेगी।
नगर की बड़ी बुआ में भी भारी संख्या में विभिन्न क्षेत्रों से ताजियों और अलम के साथ जुलूस पहुंच रहे हैं। रुदौली, भदरसा, सोहावल, बड़ागांव से में भी मोहर्रम के अशरे के दिन गम का इजहार किया जा रहा है। मस्जिदों में आमाल के साथ साथ हजरत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम और उनके 72 शहीदों के कातिलों पर लानत भेजी जा रही है।
मौलाना जफर अब्बास कुम्मी ने बताया कि कर्बला में जंग के दौरान हजरत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम और उनके साथियों को शहीद कर उनकी लाशों पर घोड़े दौड़ाए गए थे और बिना कफन के दफन किए गए थे। जिसके चलते प्रतीकात्मक रूप में ताजिए रख दसवें दिन सुपुर्दे खाक किए जाते हैं। सिटी मजिस्ट्रेट अरविंद कुमार त्रिवेदी ने बताया कि शांतिपूर्ण ढंग से मोहर्रम का सिलसिला चल रहा है।
मोहम्मद आलम