पहले करती है शादी, फिर लूटकर हो जाती है फरार, अब तक चार परिवारों को दे चुकी है धोखा
1 min readअयोध्या। बॉलीवुड फिल्म डॉली की डोली तो आपने देखी ही होगी, जिसमें अभिनेत्री शादी करने के बाद घर से नगदी व जेवरात लेकर फरार हो जाती है। ठीक ऐसा ही मामला जनपद में भी आया है। यहां भी एक महिला ने अलग-अलग थाना क्षेत्रों में अलग-अलग मर्दों से शादी रचाई और कुछ ही दिन में घर से माल समेटकर रफूचक्कर हो गई।इस काम को अंजाम देने में दो और युवक उसके साथ शामिल हैं। पीड़ित महराजगंज थाना क्षेत्र के कृष्णापुर खानपुर निवासी युवक ने इस गिरोह के खिलाफ लूटपाट सहित अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई है।
वादी मुकदमा रमाकांत पांडेय ने न्यायालय में दाखिल आवेदन में आरोप लगाया कि तारुन थाना क्षेत्र के ग्राम कनकपुर झगरौली निवासी सुमन पांडेय ने चार अलग-अलग थाना क्षेत्रों में शादी की और कुछ दिन रहने के बाद वहां से जेवरात आदि लाखों रुपये लेकर फरार हो गई। गिरोह में तारुन थाना क्षेत्र के पिछौरा निवासी शिवम दूबे व महाराजगंज क्षेत्र के पुरसाये निवासी अजय तिवारी भी शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि सुमन का विवाह वर्ष 2018 में बस्ती जिले के अर्जुनपुर ललाई दूबे का पूरा निवासी प्रतीक उपाध्याय से हुआ था। कुछ माह तक साथ में रहने के बाद लूटपाट कर फरार हो गई। सुसराल पक्ष ने विरोध किया तो उसने उन पर दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज करा दिया। इसके बाद इनायतनगर थाना क्षेत्र के कुचेरा बाजार में शादी की।
वहां से भी फरार हो गई। इसके बाद गिरोह के दोनों सदस्यों ने साजिश के तहत सुमन की शादी तारुन थाना क्षेत्र की ग्राम पंचायत यादवपुर निवासी अखिलेश चौबे से कराई। यहां पर कुछ दिन रहने के बाद युवती फरार हो गई और ससुरालीजनों को प्रताड़ित करने के लिए दहेज उत्पीड़न का मुकदमा न्यायालय से दर्ज करा दिया।
मुझे अकेला पाकर चारपाई पर रस्सी से बांध दिया
रमाकांत पांडेय ने आरोप लगाया कि उनकी पत्नी की मौत 2020 में हो गई। जानकारी गिरोह के दो युवकों को लगी तो उनके घर पहुंचे और युवती से उसका विवाह करवा दिया। केवल दस दिन के बाद वह भाग गई। कुछ दिन बाद तीनों कार से घर पहुंचे।
और अकेला पाकर उसे रस्सी से चारपाई में बांध दिया। घर में पूर्व पत्नी के रखे जेवरात आदि करीब तीन लाख रुपये का सामान लेकर फरार हो गई। साथ ही फर्जी केस में फंसाने की धमकी भी दी। इसकी शिकायत स्थानीय पुलिस, एसएसपी से किया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद न्यायालय का सहारा लेना पड़ा। न्यायालय के आदेश पर आरोपियों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच उपनिरीक्षक राम प्रकाश मिश्रा को सौपी गयी हैं …अनुपम मिश्रा, थानाध्यक्ष, तारुन।
मोहम्मद आलम