बंद रहे करीब 50 निजी स्कूल, काली पट्टी बांधकर शिक्षकों ने जताया विरोध
1 min readआजमगढ़ के चिल्ड्रेन गर्ल्स स्कूल की प्रिसिंपल व शिक्षक की गिरफ्तारी का मामला
अयोध्या। आजमगढ़ के चिल्ड्रेन गर्ल्स स्कूल में कक्षा 11 की छात्रा की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के मामले में प्रिसिंपल और क्लास टीचर की गिरफ्तारी के विरोध में मंगलवार को जिले के 26 सीबीएसई स्कूलों समेत कुल करीब पचास स्कूल बंद रहे। निजी स्कूलों के प्रबंधन और स्टाफ ने बांह पर काली पट्टी बांध कर गिरफ्तारी के विरोध में प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान शिक्षकों ने प्रिसिंपल की गिरफ्तारी को गलत बताया। प्रदेशव्यापी बंदी के तहत जिले के निजी स्कूलों में सुबह से ही प्रबंधन और टीचर स्टाफ की जुटान होने लगी।
एसोसिएशन के बैनर तले नगरीय और ग्रामीण क्षेत्रों के सीबीएसई बोर्ड के 26 और अन्य निजी स्कूलों को मिला कर कुल 50 स्कूलों में बिना जांच पड़ताल के प्रिसिंपल व क्लास टीचर की गिरफ्तारी को गलत और भेदभावपूर्ण बताया गया। एसोसिएशन ने आरोप लगाया कि आजमगढ़ की पुलिस ने बिना तथ्यों की जांच के दबाव में आकर प्रिसिंपल और टीचर की गिरफ्तारी की जिससे अभिभावकों और जनमानस में स्कूलों के प्रति गलत छवि बन रही है।
एसोसिएशन के अध्यक्ष और अवध इंटरनेशनल स्कूल के प्रबंधक अतुल सिंह ने कहा कि कि एसोसिएशन आफ प्राइवेट स्कूल उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष डॉ अतुल कुमार ने सभी निजी स्कूलों की ओर से शासन को पत्र दिया है जिसमें उच्च स्तरीय जांच की मांग की गई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर ही कार्रवाई की बात कही गई है।
जिलाध्यक्ष ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज की पूरी जांच होनी चाहिए थी जो नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि स्कूलों में छात्रों को मोबाइल की अनुमति नहीं है। वहीं एसोसिएशन के महामंत्री व उदया पब्लिक स्कूल के प्रबंधक डॉ सी पी त्रिपाठी के नेतृत्व में स्कूल स्टाफ ने काली पट्टी बांध कर विरोध जताया।
सभी शिक्षकों ने परिसर में एकत्र होकर गिरफ्तार प्रिसिंपल व शिक्षक की तत्काल रिहाई की मांग की। महामंत्री ने कहा कि छात्रा के आत्महत्या प्रकरण की गंभीरता से और निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि स्कूल प्रबंधन किसी भी छात्रा का उत्पीड़न नहीं करता है, मोबाइल सभी जगह वर्जित है।
उन्होंने कहा छात्रा की मौत दुखद है लेकिन स्थानीय पुलिस प्रशासन ने तमाम बिंदुओं को अनदेखा कर सीधे प्रिसिंपल व शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया जो न्याय संगत नहीं है। उन्होंने बताया कि लगभग पचास स्कूलों में शांतिपूर्ण ढंग से विरोध प्रदर्शन किया गया और एक ज्ञापन जिला प्रशासन को प्रेषित किया गया। अवध इंटरनेशनल और उदया पब्लिक स्कूल के अतिरिक्त अन्य स्कूलों में भी सुबह दस बजे से दोपहर 12 बजे तक विरोध जताया गया।
मोहम्मद आलम