अयोध्या में बाढ़ से ग्रामीणों का पलायन, सैकड़ों एकड़ फसल डूबी
1 min readअयोध्या। सरयू के रौद्र रूप में आने से तराई में बसे दर्जनों गांवों के लोगों की मुसीबत बढ़ गयी है। मांझा कला से लेकर तहसील क्षेत्र के गांव इब्राहिमपुर मंगलसी, रौनाही, तहसीनपुर, सनाहा, कलाफ़रपुर, राम नगर धौरहरा, इस्माइल नगर, सिहोरा आदि के किसानों की सैकड़ो एकड़ खड़ी फसल पानी मे डूब गई।
बाढ़ का पानी प्रवेश कर जाने से खेत खलिहान के रास्ते बंद हो गए। वहीं ढेमवा घाट से जुड़े तरबगंज तहसील गोंडा के ब्योन्दा बहादुरपुर के कई दर्जन परिवार पानी से घिर गए हैं। इनका पलायन नाव के जरिए ढेमवा रौनाही की ओर शुरू हो गया है। गृहस्थी और बच्चों के संग नाव से पुल के आसपास दर्जनों लोग अब तक डेरा डाल चुके है। नदी से पुल तक पहुंचने के लिए लकड़ी की सीढ़ी ग्रामीणों ने बना ली है।
पुल तक पहुंचे पीड़ित ब्योन्दा के राम सुघर, संतराम, बाबू राम, राम नायक आदि ने बताया अभी गांव के लगभग 300 लोग फंसे है। प्रशासन की ओर से कोई झांकने तक नही आया है। बताया कि गोंडा प्रशासन हमें बाढ़ में नही मानता है। सोहावल से ही मदद मिलती रही है। पशुओं और महिलाओं की सुरक्षा में सभी लगे है। बाढ़ खंड के अवर अभियंता संजय ने बताया एक्सईएन सहित उच्च अधिकारी सोहावल में विजिट कर रहे है। रामनगर रौनाही बंधे पर बने एक शरणालय को स्थापित कर दिया गया है। हर स्तर से निगरानी व बचाव के संभावित उपाय किए जा रहे है।
मोहम्मद आलम