अमर शहीदकोठारी बन्धुओं की बहन पूर्णिमा कोठारी मुख्य अतिथि के तौर पर किया कार्यक्रम का उदघाटन
1 min readअयोध्या मे पांच वर्षों की भांति इस वर्ष भी मां पद्मावती व 16000 वीरांगनाओं को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए मित्र मंच प्रमुख शरद पाठक बाबा जी के निर्देश पर अयोध्या में 16000 दीपों से दीपदान करके श्रद्धांजलि अर्पित किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर अमर शहीदकोठारी बन्धुओं की बहन पूर्णिमा कोठारी शामिल हुए।इस दौरान पद्मावती व 16000 वीरांगनाओं की वीरता को नमन किया जाएगा। यह पूरा कार्यक्रम अयोध्या स्थित विमला भवन गेस्ट हाउस में बलिदान दिवस मनाया गया।अयोध्या में मित्र मंच के कार्यकर्ताओं द्वारा कार्यक्रम स्थल पर व अपने-अपने भवनों में 16000 दीप प्रज्वलित किए। इसी क्रम में हिंदुस्तान के 15 राज्यों में और विश्व के कई देशों में मित्र मंच के कार्यकर्ताओं द्वारा मां पद्मावती व 16 हजार वीरांगनाओं को श्रद्धांजलि अर्पित की गईं।वही मित्र मंच प्रमुख शरद पाठक बाबा ने कहा कि विदेशी आक्रांताओं द्वारा हिंदुस्तान की संस्कृति,इतिहास व सनातन धर्म को नष्ट करने का लगातार प्रयास किया गया था। इसी प्रकार 26 अगस्त 1303 में आक्रांता अलाउद्दीन खिलजी के द्वारा राजा रतन सिंह जी को धोखे से शहीद करने के बाद जब उसने अपनी कुदृष्टि मां पद्मावती पर डालने का प्रयास किया।तब मां पद्मावती ने 16000 वीरांगनाओं के साथ अपने सनातन संस्कृति व सतीत्व धर्म की रक्षा के लिए जोहर कर अपने प्राणों का बलिदान दे दिया था। ऐसी मातृशक्ति को हम नमन करते हैं इस लिए मुख्यातिथि राममंदिर आंदोलन1990 गोली कांड में शहीद हुए कोलकाता के राम कुमार कोठारी व शरद कुमार कोठारी की बहन पूर्णिमा कोठारी को आमंत्रित किया गया था।इस कार्यक्रम का लक्ष्य मां पद्मावती के शौर्य व वीरता और नारी शक्ति को नमन करने के साथ साथ , हिन्दुओं को अपने गौरवशाली इतिहास से परिचय कराया जा सके।इस मौके पर बंगाल प्रदेश से भाजपा महिला मोर्चा सचिव श्रीमती सीमा सिंह,श्रीमती लता सिंह, श्रीमती मालती सिंह, श्रीमती मीना सिंह, श्रीमती रीना सिंह तथा भाजपा नेता यश पाठक बाबा, आशुतोष तिवारी अनिल पांडे धर्मेंद्र गुप्ता शिव शर्मा,आकाश यादव,रवि विश्वकर्मा, रजत पांडे, ऋषभ पांडे, समर्थ ओझा,उत्कर्ष सिंह प्रखर, प्रिंस,सुनील पांडे,कैफ मोहम्मद आरिश, शिवम पांडे सुरेंद्र यादव,लवकुश चौरसिया, शिवम उपाध्याय इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सभी का योगदान रहा।