रमजान का तीसरा जुमा मुकम्मल, हजारों लोगों ने झुकाए सजदे में सर
1 min readजुमा की नमाज को लेकर चाक चौबंद रही पुलिस व्यवस्था
अयोध्या।रूदौली नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में रमज़ान के तीसरे जुमा की नमाज़ सकुशल सम्पन्न हो गई।इस दौरान पुलिस चाक चौबंद रही।मुख्तार अंसारी की मौत को लेकर सरकार द्दारा प्रदेश में धारा 144 लागू व जारी अलर्ट का पालन करते हुए रुदौली पुलिस की रूदौली नगर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद रही व आला अधिकारी क्षेत्र का लगातार भर्मण करते रहे।
रमजान के पाक महीने के तीसरे जुमा की नमाज अदा करने के लिए मस्जिदों में नमाजियों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी।जुमा की नमाज अदा करने के लिए नमाजियों के मस्जिदों में आने का सिलसिला साढ़े ग्यारह बजे से ही शुरू हो गया। हजारों रोजेदारों ने जुमा की नमाज अदा करके मुल्क की तरक्की व सलामती व अमन चैन की दुआ मांगी।मस्जिदों के इमामों ने बताया कि पवित्र रमजान माह का चल रहा मगफिरत का दूसरा अशरा में कसरत के साथ हर रोजेदार को गुनाहों से तौबा कर अल्लाह ताला से माफी मांगनी चाहिए और एक नई जिंदगी शुरू करने का इरादा करना चाहिए।
रमजान के माह में लोगों के साथ हमदर्दी करना रमजान का सबसे बड़ा काम है।इस माह में प्रत्येक रोजेदार को ईद से पूर्व फितरा निकाल कर ईद की नमाज से पहले गरीबों को देना चाहिए।अल्लाह ताला इससे रोजे में होने वाली कमियों को पूरी करता है।मजहबे इस्लाम में मगफिरत (मोक्ष) के लिए तकवा परहेगारी जरूरी है तकवा के लिए रोजा जरूरी है। रमजान के मुबारक माह के ग्यारहवें रोजे से मगफिरत का अशरा शुरू हो जाता है जो बीसवें रोजे तक रहता है।इस दूसरे अशरे को मगफिरत का अशरा कहा जाता है कि इसमें अल्लाह से मगफिरत के लिए खुसुसी दुआ की जाती है बिना किसी पाप के यानी बुराई से बचते हुए रोजे में अल्लाह की इबादत की जाती है और माफी मांगते हुए मगफिरत तलब की जाती है।जुम्मे की नमाज के दौरान मस्जिद के इमामों ने मुल्क की तरक्की अमन शांति व आपसी भाई चारे की दुआ मांगी गई।(मो0 आलम)