पांच चिकित्सकों से चलाई जा रही सीएचसी सोहावल, आज तक नहीं लगा अग्नि शमन यंत्र
1 min readअयोध्या। करीब 12 चिकित्सकों की तैनाती वाली सीएचसी में कुल पांच चिकित्सकों की ओपीडी में ड्यूटी रहती है। इनमें भी कभी कभी एक दो अकारण गायब हो जाते हैं तो दो या तीन चिकित्सक ही ओपीडी चलाते मिलते हैं।
यहां महिला चिकित्सक, चिकित्साधिकारी की कुर्सी प्रायः खाली ही रहती है तो स्वास्थ शिक्षाधिकारी, बच्चा वार्ड, डेंगू वार्ड, कार्यालय कक्ष आदि का ताला कुछ देर के लिए ही खुलता है। पूरा अस्पताल आग की घटनाओं को लेकर असुरक्षित बना हुआ है। यहां आज तक अग्निशमन प्रणाली लगाई ही नहीं गई। दशकों पहले ठेकेदार ने टंकी बनाई, पाइप बिछाया चकरी लगाई लेकिन संयंत्र पूरा ही नही किया। और तो और एक अदद अग्निशमन यंत्र की छोटी टंकी तक कहीं नही लगी। चिकित्सालय के दोनों तल सुरक्षा को लेकर राम भरोसे है। प्रभारी कक्ष में मरीज देख रहे डाक्टर अनिल सिंह, उमेश तिवारी ने बताया महिला डाॅ फातिमा, डाॅ आलोक, डॉ धर्मेंद्र राव की तैनाती ओपीडी में है। जब कि डाॅ इकबाल, जीनत, पारुल स्वास्थ सेवा की फील्ड ड्यूटी में लगे है। औसत मरीजों की संख्या रोज 300 के आसपास रहती है। पिछले 72 घंटो में लगभग 150 मरीज संक्रामक रोगों के आए हैं। मरीजों के कम आने के पीछे लोगो में हीट वेव का डर और तेज गर्मी का प्रकोप माना जा रहा है।
वर्जन –
बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर कई पत्र विभाग को पहले ही दिए जा चुके हैं। हीट वेव को देखते हुए कोल्ड चेन रूम बनाया गया है। तेज गर्मी का असर है कि सामान्य बीमारी के मरीज कम आ रहे है। डायरिया, बुखार, संक्रमण आदि के मरीजों की संख्या बढ़ी है।
-डाॅ प्रेमचंद, प्रभारी चिकित्साधिकारी सीएचसी सोहावल