जांच टीम के सामने अधिवक्ता पर धारदार हथियारों से हमला
1 min readअयोध्या । कोतवाली रुदौली के मेहनौरा गांव में जिला समाज कल्याण अधिकारी द्वारा की जा रही जांच के दौरान पूर्व प्रधान और उनके समर्थकों ने फरसा लाठी डंडे से विकास कार्यों में भ्रष्टाचार की शिकायत करने वाले अधिवक्ता और उनके भाई पर हमला कर दिया। सीएचसी से घायल अधिवक्ता और उनके भाई को लखनऊ रेफर किया गया है।
मेहनौरा गांव के पूर्व प्रधान राम मिलन यादव, ग्राम पंचायत अधिकारी अंकुर यादव व विजय गौतम के कार्यकाल के विकास कार्यों की जांच के लिए अधिवक्ता राम प्रसाद यादव ने 15 नवंबर 2022 को शपथ पत्र सहित डीएम से शिकायत की थी। उनका आरोप है कि मीसा गांव में 330 ह्यूम पाइप व ट्री गार्ड सहित तमाम विकास कार्यों में बड़े पैमाने पर गबन किया गया। डीएम ने जिला समाज कल्याण अधिकारी रणविजय सिंह व अधिशासी अभियंता सिंचाई को जांच अधिकारी नामित किया था।
मंगलवार को अधिकारियों ने तत्कालीन ग्राम पंचायत अधिकारी अंकुर यादव, विजय गौतम पूर्व प्रधान राम मिलन यादव के साथ जांच शुरू की। इस बीच जांच अधिकारी जिला समाज अधिकारी ने फोन कर जांच के दौरान मौजूद रहने के लिए शिकायतकर्ता अधिवक्ता राम प्रसाद यादव और कंचन यादव को बुलाया।
राम प्रसाद यादव और राम तेज यादव के साथ जांच टीम मेहनौरा से मीसा की तरफ जा रही थी। गांव के बाहर पहले से घात लगाए एक दर्जन लोग मौजूद थे। जांच टीम की मौजूदगी में ही शिकायतकर्ता अधिवक्ता राम प्रसाद यादव उनके भाई राम तेज यादव पर धारदार हथियार, फरसा व लाठी से हमला बोल दिया। अधिवक्ता की एक उंगली कट गई और सिर में गहरी चोटें आई हैं। जानलेवा हमला होते ही जांच टीम जांच अधूरी छोड़कर वहां से चली आई।
जिला समाज कल्याण अधिकारी ने बताया जांच में शिकायतकर्ता की सही शिकायत होने से नाराज पूर्व प्रधान और उनके एक दर्जनभर समर्थकों ने हमला बोल दिया। प्रभारी निरीक्षक देवेंद्र सिंह ने बताया कि टीम पुलिस को बिना सूचना के गांव जांच करने पहुंची थी। तहरीर मिलने पर केस दर्ज किया जाएगा।
मोहम्मद आलम