अमृत सरोवर योजना हुई बदहाल, लाखों खर्च कर खुदे तालाब, अब एक बूंद पानी भी नहीं
1 min readअयोध्या। वर्षा जल संचयन के लिए ग्राम पंचायतों में राज्य अमृत सरोवर की खुदाई मनरेगा योजना के अंतर्गत की गई है। जिस पर लाखों रुपये खर्च किए गए है। लेकिन यहां बूंद भर भी पानी नहीं है। सरकार ने बारिश के पानी की बर्बादी को रोकने के लिए जल संरक्षण योजना चलाई। जिससे पानी को गांव के तालाबों में एकत्रित करके उसका उपयोग कृषि सहित अन्य कार्यों के लिए किया जा सके।
ग्राम पंचायतों के अलावा ब्लॉक कार्यालय के भवनों से जल संचयन के लिए कार्य किया गया है। मिल्कीपुर तहसील क्षेत्र के 73 ग्राम पंचायतों वाली विकास खण्ड अमानीगंज के ग्राम पंचायतों में राज्य अमृत सरोवर का निर्माण कार्य मनरेगा योजना के अंतर्गत कराया गया है। इन सरोवरों के नामकरण गांव के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी व अन्य समाजसेवी के नामों से हुआ है।
जिससे गांव की युवा पीढ़ी उनके देश के प्रति योगदान को जानकर उन्हें याद करती रहे। जिस पर 5 से 7 लाख रुपये मजदूरी व अन्य कार्यों पर खर्च हुआ है लेकिन देखा जाए तो अधिकतर तालाबों में पानी ही नहीं है। जिससे बेजुबानों को बूंद बूंद भर पानी के लिए दूर-दूर तक भटकना पड़ रहा है। तालाबों में पानी भरवाने के लिए शासन से धनराशि भी मुहैया कराई जाती है।
खंड विकास अधिकारी मिल्कीपुर केके सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि तालाब में पानी कहां से भरवाया जाए। जब बोला गया इसके लिए भी तो बजट आता होगा तो उन्होंने कहा कि एडीओ पंचायत से बात करने की बाद ही कुछ बता पाएंगे। यदि पैसा आता होगा तो दो दिन के भीतर तालाब में पानी भरवा दिया जाएगा।