रानोपाली आश्रम संपत्ति का विवाद पहुंचा उच्च न्यायालय.
1 min readजिला अधिकारी को अग्रिम आदेश तक प्रबंधन व्यवस्था देने के साथ ट्रस्ट के खातों पर लगाई रोक.
अयोध्या। रानोपाली उदासीन संगत ऋषि आश्रम के परंपराओं के हित में संस्थापक महंत नारायण राम जी द्वारा रजिस्टर्ड 17 मई 1897 के प्रकाश में यह पूर्णत वक्त है। यहां का महत केयर टेकर मुतवल्ली होते है मालिक नहीं है इसलिए यह आश्रम कि न बिकने वाली जमीनों का ना तो बैनामा कर सकता नहीं पट्टा दे सकते है ,इस जानकारी के बावजूद उदासीन आश्रम रानोपाली के प्रसिद्ध महन्त कल्याण दास व उनके मुख्तार अद्वैत मुनि (मृतक )ने तमाम जमीनों का बैनामा कर दिया।विरोध होने पर कल्याण दास भरत दास को महन्ती देकर वापस चले गए।भरत दास ने महन्त बनते ही ट्रस्ट की जमीनों का पट्टा व बैनामा कर आश्रम रानोपाली को मिटा डालने पर ही तुल गये है। भरत दास में महंत बनते ही ट्रस्ट की जमीन का पट्टा व बैनामा का आश्रम रानोपाली को मिटा डालने पर ही तुल गए हैं। इससे छुब्ध होकर गए रानोपाली उदासीन आश्रम के विधिक महंत स्वर्गीय रामदेव दास के शिष्य महंत विवेक मुनि ने एक सिविल वाद 135 / 2018 अयोध्या के न्यायालय में प्रस्तुत कर आसान को सुरक्षित करने का प्रयास किया फिर भी भरत दास नहीं माने हुआ भिक सकने वाली जमीनों का पत्ता बैनामा कर रहे है सरकार को पब्लिक के हित में कार्य जमीन की आवश्यकता बताई और बनाने की पड़ी तो भरत दास प्रसिद्ध महंत रानोपाली ने सरकार के लोगों को झांसे में रखकर और झूठ बोलकर कहा कि यह हमारी जमीन है बैनामा हम कर सकते हैं और इस आश्रम के विरुद्ध कोई मुकदमा लंबित नहीं है इस तरह सरकारी कर्मचारियों को अंधेरे में रखकर भरतदास ने प्रमुख 40 लख रुपए से अधिक धनराशि लेकर सरकार के पक्ष में बैनामा कर दिया जबकि उनका बैनामा लिखने का ट्रस्ट की नियमावली के अनुसार कोई अधिकार नहीं है महंत विवेक मुनि को जब यह जानकारी हुई तो उन्होंने इलाहाबाद उच्च न्यायालय के लखनऊ बेंच के समक्ष इस संदर्भ में एक रिट याचिका संख्या 4966 प्रस्तुति जो 31 में 2024 को माननीय उच्च न्यायालय में सुनवाई करते हुए आश्रम को 12 जुलाई 2024 तक जिलाधिकारी महोदय के प्रबंधन में रखने का आदेश पारित कर दिया है। न्यायालय में इस बात का भी संज्ञान लिया है कि उदासीन प्रबंधक ट्रस्ट के समान नाम की एक अन्य ट्रस्ट डीड 22 अक्टूबर 2019 को बनाकर जमीन बेच रहे है। जिसके कारण करके रजिस्टर करवा ली है जिसका परिवाद संख्या 242/2 3 का भी न्यायालय में विवाद चल रहा है। प्रेस वार्ता में महन्त विवेक मुनि मठ राम जानकी मंदिर बाबा कुटी मछली बाजार मनकापुर गोंडा महन्त दयानंद मुनि संयोजक विश्व सनातन मठ मंदिर संरक्षण परिषद भारत नानकशाही पीठाधीश्वर फुलवारी श्री पटना बिहार महासागर दास सचिव विश्व सनातन मठ मंदिर बचाओ अभियान समिति उदासीन संगत तारापुर दलसराय नालंदा बिहार वाग
रूद्र मुनि जी आदि संत उपस्थित रहे। इन सबों का कहना है की मठ को सरकार सुरक्षित करें और अन्य अनियमतताओं की भी निष्पक्ष जांच हो। इस संबंध में जिलाधिकारी के प्रतिनिधि एसडीएम सदर से फोन पर वार्ता कर मामले की विस्तृत जानकारी का प्रयास किया गया परंतु वार्ता ना होने से पक्ष नहीं जाना जा सका है।