भीषण गर्मी व तेज धूप व चल रही लू के कारण लोगों का हाल हुआ बेहाल
1 min readभीषण गर्मी में बच्चों को भी पिलाएं पानी
रूदौली(अयोध्या)।गर्मी से निजात पाने के लिए लोग तरह-तरह के उपाय कर रहे है। लेकिन लोगों की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। गर्मी से लोगों की हालत खराब हो रही है। वहीं दिन भर चल रहे लू के थपेड़ों ने लोगों को झुलसा दिया है। वही बेवजह लोगों ने घर से बाहर निकलना भी मुनासिब नहीं समझा। पुरवइया हवा और तपिश के कारण लोगों को घर से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है। तेज धूप के साथ पुरवइया हवा भी चलना बंद हो जाने के कारण गर्मी का सितम लगातार बढ़ता जा रहा है। भीषण गर्मी पड़ रही है।लगातार बढ़ रही भीषण गर्मी व तेज धूप व लू के कारण लोगों का हाल बेहाल हो गया है। लू चलने से दोपहर के समय तो लोग घरों में दुबके रहने पर मजबूर हो रहे हैं। भीषण गर्मी के इस मौसम में लोगों की दिनचर्या पूरी तरह से बदल गई है। सुबह व शाम के समय ही लोग घरों से बाहर निकल कर अपने जरूरी कामों को पूरा कर रहे हैं। इस वक्त पड़ रही भीषण गर्मी तेज धूप व चल रही लू के गर्म थपेड़ों के कारण क्षेत्र में उल्टी दस्त की बीमारियां भी बढ़ने लगती है।गर्मी बढ़ने के कारण लोगों को ठंडे पेय पदार्थों का सेवन करना चाहिए और लोगों को खाली पेट घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए।बाहर निकलते समय जहां तक हो सके शरीर को ढक कर ही बाहर निकलें।इस वक्त लगातार बढ़ रहे तापमान से परेशान होकर लोग गर्मी से बचने के लिए कोल्ड ड्रिक, लस्सी, गन्ना का जूस सहित नींबू का शरबत,शिकंजी आदि ठंडी चीजें पीकर शरीर को ठंडक प्रदान करते रुदौली नगर,रौजागांव,भेलसर चौराहा, शुजागंज आदि बाज़ारो में देखे जा सकते है।
बच्चों को भी पानी पिलाएं जिससे वह डिहाइड्रेशन से न जूझें
हाइड्रेट रहना वयस्कों और शिशुओं दोनों के लिए महत्वपूर्ण है। जब हम प्यास महसूस करते हैं और उसे बुझाने के लिए पानी की बोतल पकड़ते हैं तो बच्चे स्वयं इसका उपयोग नहीं कर पाते हैं।यह उनके माता पिता की जिम्मेदारी है कि वह अपने अपने बच्चों को नियमित अंतराल पर पानी पिलाते रहें ताकि वे डिहाइड्रेशन से न जूझने पाएं। अपने बच्चों को ढीले-ढाले और हल्के वजन के कपड़े ही पहनाएं।अपने बच्चे के लिए खरीदारी करने के लिए जब जाएं तो आप हमेशा सांस लेने वाले कपड़े ही चुनें। सिंथेटिक कपड़ों की तुलना में सूती कपड़े ही बेहतर तरीके से पसीना सोखते हैं।
ऐसे कपड़े पहनें जिनमें सांस लेना आसान हो।
चिकित्सकों का कहना है कि गर्मी के मौसम में पसीना ज़्यादा आता है इसलिए शरीर को ज़्यादा पानी की ज़रूरत पड़ती है। इसलिए डिहाइड्रेशन का शिकार बनने से अच्छा है की ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं और खुद को हाइड्रेट रखें। धूप में आप कितनी देर तक का समय बिता रहे हैं इस बारे में सचेत रहें। कई बार हम काम के चक्कर में भूल जाते हैं कि गर्मी और हम पर सीधी तौर पर पड़ रही धूप कितना नुकसान कर सकती है। भीषण गर्मी में बढ़ रहे तापमान का पारा तेज़ है या ज़्यादा उमस है उस दिन बाहर काम करने से बचें। अपनी त्वचा और शरीर को सूरज की तेज किरणों से बचाना न भूलें। गर्मी के मौसम में हमेशा हल्के और ऐसे कपड़े पहनें जिसमें सांस लेना आसान हो जिससे शरीर का सही तापमान बना रहेगा।
मोहम्मद आलम