होम्योपैथिक मेडिकल एसोशिएशन अयोध्या और चन्दन हास्पिटल लखनऊ के संयुक्त तत्वावधान में होम्योपैथी जनक डा सैमुअल हैनिमैन जयंती समारोह व चिकित्सा शिक्षा कार्यक्रम की निरंतरता” विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया।
1 min readअयोध्या। होम्योपैथिक मेडिकल एसोशिएशन अयोध्या और चन्दन हास्पिटल लखनऊ के संयुक्त तत्वावधान में बुधवार को होम्योपैथी जनक डा सैमुअल हैनिमैन जयंती समारोह व चिकित्सा शिक्षा कार्यक्रम की निरंतरता” विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम एक होटल सभागार में आयोजित हुआ।वही होम्योपैथिक एसोसियशन अयोध्या के सचिव डा0 धर्मेन्द्र कुमार सिह ने बताया कि विभिन्न चिकित्सा पद्धतियों के विशेषज्ञों को एक मंच पर लाकर उनके अनुभव और ज्ञान को साझा करने के उद्देश्य से यह कार्यक्रम प्रतिवर्ष आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम में कैंसर और हृदय रोगी पर विशेष रूप से चर्चा हुई. इस कार्यक्रम का प्रारम्भ मुख्य अतिथि रमाशरण अवस्थी ने होम्योपैथी जनक डॉ हैनिमैन की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन और माल्यार्पण करके किया।कार्यक्रम के संरक्षक और होम्योपैथिक एसोशियशन उत्तर प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष डा० चन्द्रगोपाल पाण्डेय ने सभी चिकित्सा पद्धतियों के पारस्परिक समन्वय को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने असाध्य रोगों में होम्योपैथी के भूमिका पर चर्चा की।कार्यक्रम के अंत में डा० विनय कुमार ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया।संचालन डा० राजेश प्रताप सिंह ने किया।
वही डा शैलेश सिंह ने सैमुअल के जीवन, कार्या और संघर्षों पर प्रकाश डालते हुए रोगियों के मानसिक लक्षणों और रोग की दशा में मरीजों मे होने वाले भावनात्मक परिवर्तनों पर विशेष रूप से ध्यान देने की आवश्यकता बताई।आटो इम्यून समस्याओं जैसे स्यूमैटोयड आर्थराइटिस, एलर्जी आदि मे होम्योपैथी के, योगदान की भी चर्चा की।चंदन हस्पिटल लखनऊ के कार्डियोलॉजिस्ट – डा०रितेश कुमार पाण्डेय ने इन्टरवेंशनल काडियोलाजी पर व्याख्यान दिया। सीने मे दर्द उच्च रक्त चाप व मधुमेह विस्तार से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि चेस्टपेन होने पर यदि ECG और इकोकार्डियोग्राफी की रिपोर्ट नार्मल आने पर मरीज और चिकित्सक को निश्चिन्त नहीं हो जाना चाहिए। ऐसे मरीजों की एंजियो ग्राफी कराना जरूरी होता है।हार्ड अटैक के समय किये जाने वाले प्राथमिक उपचारों पर भी उन्होंने प्रकाश डाला।वही कैंसर रोग विशेषज्ञ डा आदित्य एलिहंस ने कैंसर उपचार की नवीन विधियों पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि भारत में प्रतिवर्ष नौ लाख से अधिक रोगियों की मृत्यु कैंसर के कारण होती है। यह एक भयावह आंकड़ा है जो दो वर्ष में कोविड के कारण हुई मौतों से कई गुना ज्यादा है। उन्होंने सभी चिकित्सकों से कहा कि जिन रोगियों में कैंसर का सन्देह हो उनकी स्क्रीनिंग अवश्य कराये। समय से पता चल जाने पर कई किस्म के कैसर ठीक हो जाते है या फिर मरीज का जीवन चार पांच साल वर्षी तक बढ़ाया बा सकता है। उन्होंने बताया कि जिन गरीब मरीजो के पास आयुष्मान कार्ड नहीं है उन्हें गंभीर रोगों के उपचार के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष से ढाईलाखा मे ऊपर की आर्थिक सहायता मिल जाती है।इस अवसर पर डा०रईस अहमद, डा० अजय गुप्ता, डा. पंकज सिह, डा० राकेश द्विवेदी, डा विपिन डा० बृज किशोर, डा० किशोर, डा० एपी. मिश्रा, डा० अनुपम सक्सेना श्री सुबोध कौल, डॉ प्रशान्त, डॉ मनीष, डा0 अभिषेक सिंह समेत शहर के अनेक चिकित्सक और गण्यमान्य लोग मौजूद रहे।