लहसुन की कीमतों में भारी उछाल थोक नवीन मंडी रुदौली में 350 रुपये किलो पहुंचा दाम
1 min readअगले वर्ष हुए घाटे के कारण किसानों ने इस वर्ष लहसुन की खेती कम मात्रा में की
अयोध्या। प्याज के बाद अब लहसुन भी आंसू निकाल रहा है। लहसुन के भाव आसमान पर पहुंचने से खाने में लहसुन का तड़का व खाने की शान कहे जाने वाले लहसुन की चटनी बनाना भी काफी महंगा पड़ रहा है।
इन दिनों रूदौली तहसील क्षेत्र में लहसुन की कीमत आसमान छू रही है लहसुन की बढ़ी कीमतों में उछाल देखने को मिल रहा है। इस समय नवीन मंडी रूदौली में लहसुन का दाम 480 रुपये प्रतिकिलो तक पहुंच गया है।लगातार बढ़ रही लहसुन की कीमतों के कारण लहसुन रसोई से बाहर होता दिखाई दे रहा है।इस समय फुटकर बाजारों में लहसुन 100 रुपये का ढाई सौ ग्राम बिक रहा है इस लिए लोगों ने लहसुन खरीदना बहुत कम कर दिया है।लहसुन की बढ़ी कीमतों को लेकर रसोई से लेकर उपभोक्ताओं में हाहाकार मचा हुआ है लहसुन की आसमान छूती कीमतों को देखते हुए बहुत से लोग बाजारों से बिना लहसुन खरीदे ही वापस चले जाते हैं।
भेलसर चौराहा में कई सालों से सब्जी बेच रहे सब्जी विक्रेता जमाल अहमद ने बताया कि यह मौसम की मार का असर है जिससे मांग के अनुरूप सप्लाई न आने से कीमतें काफी बढ़ गई हैं उन्होंने बताया कि थोक मंडी से ही लहसुन साढ़े तीन सौ में खरीदा जा रहा है यही कारण है फुटकर मंडी में महंगा बेचना मजबूरी है।वहीं एक सब्जी खरीदने आए खरीदार शाहनवाज ने बताया कि हम आज सुबह सब्जी खरीदने मंडी गए तो मंडी में लहसुन 350 रुपये किलो बिक रहा था इस लिए हम सब्जी खरीदकर बिना लहसुन खरीदे ही वापस घर लौट आए।
अभी कीमत घटने की कोई उम्मीदनहीं
मंडी के थोक आढ़ती मोहम्माद हिलाल ने बताया कि पिछले महीने से ही लहसुन की कीमतें बढ़ना शुरू हो गई थीं जो अब अपने चरम पर पहुंच गई है।उन्होंने बताया कि अभी नया लहसुन आने तक इसकी कीमत घटने की कोई उम्मीद नहीं है।उन्होंने कहा कि पिछले साल भी इन्ही दिनों में लहसुन की कीमत 2 सौ रुपये किलो थी लेकिन इस साल अचानक से लहसुन की कीमतें आस मान पर पहुंच गई है जिससे आम खरीददार लहसुन खरीदने में असमर्थ हो गया है और लहसुन रसोई से गायब हो गया है।उन्होंने बताया कि इससे पहले प्याज और टमाटर के दाम आसमान छू रहे थे जिससे प्याज और टमाटर भी आम खरीदार की पहुंच से बाहर हो गया था अब जब टमाटर और प्याज की कीमतें कम हो गई तब लहसुन की आसमान छूती कीमतों ने आम उपभोक्ताओं को परेशान कर दिया है।
मंडी के थोक व्यापारियों व बाजार विशेषज्ञों के अनुसार पिछले साल कुछ किसान बहुत कम कीमत पर लहसुन बेचने को मजबूर हो रहे थे।जिससे किसानों को बड़े पैमाने पर नुकसान का सामना करना पड़ा था। अगले वर्ष हुए घाटे को देखते हुए किसानों ने इस वर्ष लहसुन की खेती कम मात्रा में ही की थी।घाटे कारण किसानों द्दारा लहसुन की खेती छोड़ने के कारण उत्पादन में काफी गिरावट आई है औऱ लहसुन का दाम बढ़ने का यही कारण भी बताया जा रहा है।
मोहम्माद आलम