धरे रह गए दावे, गंदगी से पटे दिखे स्कूल, बच्चे भी नहीं पहुंचे
1 min readगर्मी के छुट्टी के बाद खुले परिषदीय विद्यालयों में दिखी बदइंतजामी, परिसर में जलभराव और झाड़ झंखाड़, शौचालयों में लटके मिले ताले
अयोध्या। गर्मी की छुट्टी के बाद सोमवार से परिषदीय विद्यालयों में लटके तालों के साथ बेसिक शिक्षा विभाग के दावों की पोल भी खुल गई। चाक-चौबंद व्यवस्था के साथ स्कूल खोले जाने के निर्देश पूरी तरह से हवाई साबित हुए। जिले के 1792 परिषदीय विद्यालयों में से अधिकतर गंदगी और जलभराव से लथपथ दिखे तो केवल बीस फीसदी में मिड डे मील बना। पंजीकृत करीब 14 लाख छात्र – छात्राओं में से महज तीस प्रतिशत बच्चे स्कूल पहुंचे वह भी घंटे दो घंटे में घर लौट गए। विभाग का तर्क है कि सफाई कर्मी मेला ड्यूटी में लगा दिए गए हैं इसलिए सफाई नहीं हो सकी।
ख़बर TIMES TODAY AYODHYA की ओर से सोमवार को पहले दिन खुले परिषदीय विद्यालयों की पड़ताल कराई गई। जिले के सभी 11 ब्लाकों में स्थापित कुल 1792 स्कूलों की बदरंग तस्वीरें सामने आईं। विभाग की ओर से 15 दिन पूर्व ही कहा गया था कि साफ-सफाई करा ली जाए लेकिन छुट्टी में मगन जिम्मेदारों ने अनदेखा कर दिया। नतीजा 42 दिनों के लम्बे अवकाश के बाद जब स्कूल खुले तो गंदगी से अटे मिले।
पूराबाजार संवाददाता के अनुसार पहले दिन जहां बरसात के चलते बच्चों की उपस्थिति न के बराबर रही। तमाम प्राथमिक विद्यालय व माध्यमिक विद्यालय गंदगी से पटे हैं। परिसर में बड़ी बड़ी झाड़ियां उगी हैं। जिसकी पूरा बाजार के 132 परिषदीय विद्यालय सुबह 8:00 बजे से परिषदीय विद्यालय खुलने थे।
प्राथमिक विद्यालय अंजना द्वितीय के परिसर में जलभराव से विलम्ब हुआ। प्रधानाध्यापिका इंद्रावती ने बताया कि विद्यालय परिसर में झाड़ियां उग आई हैं। सफाई कर्मी नहीं आया। पूर्व माध्यमिक विद्यालय समाहा कला में कुल पंजीकृत 60 छात्र-छात्राओं में 20 की उपस्थिति थी। कम्पोजिट विद्यालय अंकवारा पंजीकृत 255 बच्चों में 20 की उपस्थिति रही।
गोसाईगंज संवाददाता के अनुसार मया ब्लाक में परिषदीय स्कूलो में पहले ही दिन बरसात के कारण बच्चों की मौजूदगी नगण्य रही। 42 दिन बाद विद्यालय खुलने पर झाड़ झंखाड़ व गन्दगी से भरे रहे। प्राथमिक विद्यालय मानापारा, मठिया सरैया, ऊँचगांव, सहित सभी परिषदीय विद्यालयों में बरसात के चलते किसी मे दस तो किसी मे बीस बच्चे आए। प्राथमिक विद्यालय मानापारा के प्रधानाचार्य श्यामजी ने बताया कि बच्चों की उपस्थिति शत प्रतिशत हो इसके लिए डोर टू डोर सम्पर्क किया जाएगा।
सोहावल संवाददाता के अनुसार पहले दिन क्षेत्र के परिषदीय विद्यालयों में बच्चों की हाजिरी बहुत कम रही। इसलिए जो बच्चे विद्यालय आये थे वह भी मध्यावकाश बाद घर चले गए। 169 विद्यालयों वाले खंड शिक्षा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय दिनकर पुर में करीब डेढ़ बजे ही सन्नाटा मिला। मौजूद शिक्षिकाएं कमरा बन्द करती दिखाई दी। प्रधानाधपिका हेमलता ने बताया कक्षा 1 से 5 तक कुल 24 बच्चे पंजीकृत है। इनमें 11 आये थे और चले गए।
मोहम्मद आलम