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भारत सरकार द्दारा विलुप्त हुए चीतों की पुनर्स्थापना एंव जनजागरूकता अभियान का हुआ आयोजन

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रूदौली(अयोध्या)। शिक्षा क्षेत्र रूदौली के कम्पोजिट विद्यालय गनौली में पर्यावरण वन एंव जलवायु परिवर्तन विभाग उत्तर प्रदेश द्दारा भारत मे चीतों की पुर्नस्थापना एंव जनजागरूकता अभियान का कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें वन क्षेत्र अधिकारी वन रेंज रूदौली वीरेंद्र कुमार तिवारी ने विलुप्त हुए चीतों को दुबारा लाने के लिए सरकार द्दारा किए गए प्रयास को लेकर कार्यक्रम आयोजित किया।कार्यक्रम में सबसे पहले आए हुए अतिथियों के लिए विद्यालय की छात्राओं नन्दनी कुमारी,स्वाती पांडेय व आकांक्षा यादव द्दारा प्रेरणा गीत गाकर स्वगत किया गया। श्री वीरेंद्र कुमार तिवारी ने विद्यालय के बच्चों को विस्तार पूर्वक जानकारी देते हुए बताया की चीता एकमात्र बड़ा मांसाहारी पशु है,जो भारत में पूरी तरह विलुप्त हो चुका है। इसकी मुख्य वजह शिकार और रहने का ठिकाना नहीं होने को माना जाता है।एक समय ऊंचे पर्वतीय इलाकों,तटीय क्षेत्रों और पूर्वोत्तर को छोड़कर पूरे देश में चीतों के गुर्राने की गूंज सुनाई दिया करती थी।श्री तिवारी ने बच्चों को सम्बोधित करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने देश में चीता को वापस लाने के लिए हाल ही में अपनी योजना की घोषणा की। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने एक कार्य योजना शुरू की जो अगले पांच वर्षों में सबसे तेज भूमि स्तनपायी भारत वापस लाएगी।वन क्षेत्र अधिकारी श्री तिवारी ने बताया कि राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) की 19वीं बैठक में बोलते हुए केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि सरकार भारत में प्रजातियों को वापस लाने की योजना के तहत एक संस्थापक आबादी बनाने के लिए अगले पांच वर्षों में 50 चीतों को लाएगी।
जबकि इस योजना के 2021 में शुरू होने और चीतों को मध्य प्रदेश में वापस लाने की उम्मीद थी लेकिन, COVID-19 महामारी द्वारा शुरू की गई भारी बाधाओं के कारण योजना को स्थगित करना पड़ा।चीता को देश में वापस लाने की कार्य योजना तैयार की गई है।विद्यालय के प्रधानाध्यापक अकील अहमद ने बताया कि वनरेंज क्षेत्र अधिकारी वीरेंद्र कुमार तिवारी द्दारा निबंध प्रतियोगिता में विद्दालय के तीन बच्चों महेश को प्रथम,रिया पांडेय को द्धितीय व ज्योति यादव को तृतीय पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। विद्यालय प्रधानाध्यापक अकील अहमद ,सहायक अध्यापक अमरेंद्र प्रताप सिंह,देवी विशाल यादव,मैकूलाल यादव,आदि ने चीतों के विलुप्त होने व दुबारा सरकार द्दारा चीतों को वापस लाने की कवायद के बारे विस्तार से जानकारी दी।उक्त अवसर विद्यालय की स,अ, गुड़िया सिंह,स,अ, सुजाता चौरसिया,स,अ, सरिता,स,अ, ताजदार जिब्रील,स,अ,साधना, अनुदेशक अर्चना सोनकर ,प्रियंका व हिर्दयराम वन रक्षक,अशोक कुमार वन रक्षक व नेपाल माली सहित आदि मौजूद रहे।

मोहम्मद सुहेल

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